एक्टिविस्ट मनोज जरांगे पाटील ने कहा कि छगन भुजबल और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस पर हमला करते हुए कहा कि वे सत्ता से बाहर हो जाएंगे. मनोज जरांगे पाटील ने कहा कि हम तय करेंगे कि गिराना है या खड़ा करना है.  मनोज जरांगे पाटील ने यह भी कहा कि हम मराठों की ताकत दिखाएंगे, थोड़ा धैर्य रखिए. मनोज जरांगे ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार ने तय कर लिया है कि वे मराठों को आरक्षण नहीं देना चाहते. इसलिए मराठों ने भी तय कर लिया है कि अब उन्हें कुर्सी पर नहीं रहना है. मनोज जरांगे पाटील ने कहा कि हमने सरकार को 29 तारीख तक का समय दिया है. मराठा समुदाय में उनके प्रति काफी नाराजगी है. वे बाहर आने वाले हैं. 

मनोज जरांगे ने कहा कि आरक्षण नहीं देंगे तो हमें राजनीतिक भाषा का प्रयोग करना पड़ेगा. मंत्री शंभुराज देसाई के पहुंचने पर आखिरी चर्चा हुई. मनोज जरांगे पाटील ने आगे कहा कि उसके बाद सरकार से कोई चर्चा नहीं हुई. जारांगे पाटिल ने कहा कि हम अपनी जिंदगी आरक्षण में बिता देंगे, उनकी जिंदगी कुर्सी में, हम उनकी कुर्सी हटा देंगे. जारांगे पाटिल ने यह भी कहा कि जो होगा वह होगा. इस बीच, जरांगे ने कहा कि हमें 29 अगस्त को किसे अपदस्थ करना चाहिए या किसे चुनना चाहिए? हम इस पर फैसला लेंगे. मनोज जरांगे पाटील ने कहा कि वह पूरे समुदाय से चर्चा के बाद यह फैसला लेंगे. इस बीच, जारांगे पाटिल ने यह भी कहा कि मराठा समुदाय के उम्मीदवारों को अपने दस्तावेज रखने चाहिए. 

बता दें कि मराठा आरक्षण को लेकर मनोज जरांगे काफी समय से आंदोलन कर रहे हैं और उन्होंने इसकी मांग को लेकर अनशन भी किया है. लेकिन आश्वसान के बाद भी आरक्षण पर कुछ ना होने से उन्होंने आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है.